Changes In UPI Rules – अब जब हर चायवाले से लेकर मॉल तक, हर जगह QR कोड स्कैन करके पेमेंट करना आम बात हो गई है, तो ज़ाहिर है कि यूपीआई हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन 1 अप्रैल 2025 से यूपीआई के कुछ नए नियम लागू हो गए हैं, और अगर आप भी डिजिटल पेमेंट यूज़ करते हैं, तो इन बदलावों को जानना आपके लिए ज़रूरी है।
पहले थोड़ा बैकग्राउंड जान लो
आजकल भारत में हर महीने करीब 10 अरब से भी ज़्यादा यूपीआई ट्रांजैक्शन होते हैं। पूरे साल में करीब 150 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन सिर्फ यूपीआई से हुआ है! इसका मतलब साफ है – हम सब डिजिटल पेमेंट को खुलकर अपना चुके हैं।
अब आइए समझते हैं कि 1 अप्रैल से क्या-क्या बदला है:
1. पुराना मोबाइल नंबर अब नहीं चलेगा
अगर आपने अपना मोबाइल नंबर बदला है और बैंक में अपडेट नहीं कराया है, तो ज़रा ध्यान दें। NPCI ने साफ कहा है कि जो नंबर लंबे समय से एक्टिव नहीं हैं, उन्हें सिस्टम से हटा दिया जाएगा। ऐसे में, अगर आपका पुराना नंबर किसी और को अलॉट हो गया है, तो यूपीआई से जुड़ी चीज़ों में दिक्कत आ सकती है।
2. डीएक्टिवेशन का अलर्ट मिलेगा
अब बैंक आपको पहले से अलर्ट करेगा कि आपका नंबर निष्क्रिय है और हटाया जा सकता है। आपको 30 दिन का वक्त मिलेगा ताकि आप अपना नंबर अपडेट कर सकें। ये अलर्ट मेल, SMS या पोस्ट के ज़रिए मिलेगा।
3. KYC के नियम हुए सख्त
अब यूपीआई इस्तेमाल करने के लिए KYC ज़रूरी हो गया है। नए यूज़र्स को आधार या पैन से लिंक मोबाइल नंबर देना होगा। इससे फर्जी अकाउंट्स और फ्रॉड्स पर रोक लगेगी।
4. ट्रांजैक्शन लिमिट पर नई पाबंदी
अगर आपका यूपीआई अकाउंट पूरी तरह वेरिफाइड नहीं है, तो आप रोज़ाना सिर्फ ₹10,000 तक का ट्रांजैक्शन कर पाएंगे। वेरिफाइड अकाउंट्स के लिए लिमिट ₹1 लाख है। बिज़नेस यूज़र्स के लिए थोड़ी अलग लिमिट तय की गई है।
अब सवाल – पेमेंट फेल क्यों हो रहे हैं?
बहुत से लोगों ने शिकायत की है कि उनका यूपीआई पेमेंट फेल हो रहा है। इसके पीछे कुछ आम वजहें हैं:
1. नंबर अपडेट नहीं किया
आपने नया नंबर ले लिया लेकिन बैंक को नहीं बताया – तो पुराना नंबर अब सिस्टम से हट गया है। इसी वजह से ट्रांजैक्शन फेल हो रहा है।
2. मोबाइल नंबर रीसाइकल हो गया
कई बार टेलीकॉम कंपनियां पुराना, निष्क्रिय नंबर किसी और को दे देती हैं। इससे सिक्योरिटी रिस्क बढ़ता है। इसलिए NPCI ने पुराने नंबर से यूपीआई को डिसेबल कर दिया है।
3. KYC अपडेट नहीं है
बहुत से लोगों ने अब तक अपना KYC अपडेट नहीं किया, इसलिए उनके अकाउंट से पेमेंट फेल हो रहा है।
समाधान क्या है?
अगर आपका यूपीआई पेमेंट फेल हो रहा है, तो घबराइए मत। ये कुछ काम ज़रूर करें:
- बैंक में मोबाइल नंबर अपडेट कराएं: बैंक ब्रांच जाएं, मोबाइल ऐप या नेट बैंकिंग से नंबर अपडेट करें। इससे आपका अकाउंट दोबारा एक्टिव हो जाएगा।
- यूपीआई ऐप में दोबारा रजिस्टर करें: नया नंबर बैंक में अपडेट होने के बाद, यूपीआई ऐप में लॉगआउट करें, फिर नए नंबर से लॉगइन करें, अकाउंट लिंक करें और UPI PIN सेट करें।
- KYC अपडेट करें: यूपीआई ऐप में जाकर आधार या पैन कार्ड से KYC अपडेट करें। बहुत आसान प्रोसेस है।
- कस्टमर केयर से संपर्क करें: अगर कुछ भी काम न आए, तो बैंक या ऐप के कस्टमर केयर से बात करें। वो आपकी हेल्प ज़रूर करेंगे।
UPI को सेफली इस्तेमाल करने के टिप्स
- जब भी नंबर बदले, तुरंत बैंक में अपडेट करें।
- अपना UPI PIN किसी के साथ शेयर न करें।
- फर्जी QR कोड या लिंक से बचें।
- कोई भी संदिग्ध ट्रांजैक्शन दिखे तो तुरंत रिपोर्ट करें।
- हमेशा UPI ऐप का लेटेस्ट वर्जन इस्तेमाल करें।
नए नियम थोड़े झंझट भरे लग सकते हैं, लेकिन ये आपकी ही सुरक्षा के लिए हैं। जब हर चीज़ डिजिटल हो रही है, तो धोखाधड़ी भी बढ़ रही है। ऐसे में ये ज़रूरी हो जाता है कि हम अपना डेटा और पैसा दोनों सुरक्षित रखें।