Widow Pension Scheme – हमारे आस-पास ऐसे बहुत से लोग हैं जो ज़िंदगी के किसी मोड़ पर अकेले रह जाते हैं। किसी की पत्नी नहीं रही, तो कोई महिला अपने जीवनसाथी को खो चुकी है। ऐसे में अकेले जीवन बिताना आसान नहीं होता, खासकर जब कमाई का कोई जरिया भी न हो। ऐसे लोगों के लिए सरकार एक बेहतरीन योजना चलाती है, जिसे हम “विधवा पेंशन योजना” के नाम से जानते हैं।
अब तक तो इस योजना का फायदा सिर्फ उन महिलाओं को मिलता था जो विधवा हैं, लेकिन अब कई राज्यों में इसे उन पुरुषों तक भी बढ़ा दिया गया है जिनकी पत्नी का देहांत हो चुका है और जो अकेले रह रहे हैं। इसमें हर महीने ₹1,000 से ₹5,000 तक की पेंशन दी जाती है।
योजना का मकसद क्या है?
सरल शब्दों में कहें तो सरकार चाहती है कि जो लोग अकेले रह गए हैं और जिनके पास कमाई का कोई ज़रिया नहीं है, उन्हें हर महीने कुछ आर्थिक मदद दी जाए। इससे वे अपनी बुनियादी ज़रूरतें जैसे दवाइयां, खाना या कुछ जरूरी खर्च आराम से चला सकें।
कौन-कौन ले सकता है इस योजना का फायदा?
- वो महिलाएं जिनके पति अब नहीं रहे और उन्होंने दोबारा शादी नहीं की।
- वो पुरुष जिनकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी है और वे अकेले रह रहे हैं।
- आवेदक की सालाना आय आमतौर पर ₹1.5 लाख से कम होनी चाहिए।
- उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए (हालांकि कई राज्यों में ये सीमा 40 साल है)।
- अगर किसी महिला के बच्चे छोटे हैं या महिला विकलांग है, तो उसे प्राथमिकता दी जाती है।
इस योजना में कितनी पेंशन मिलती है?
राज्य के हिसाब से पेंशन राशि अलग-अलग होती है:
राज्य | पेंशन राशि | न्यूनतम उम्र | आवेदन कैसे करें |
---|---|---|---|
यूपी | ₹1,500 | 40 साल | ऑनलाइन/CSC |
दिल्ली | ₹2,500 | 18 साल | ऑनलाइन |
कर्नाटक | ₹5,000 | 60 साल | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
राजस्थान | ₹1,000 | 18 साल | ऑनलाइन+ऑफलाइन |
बिहार | ₹1,000 | 40 साल | ऑफलाइन |
महाराष्ट्र | ₹1,200 | 40 साल | CSC केंद्र |
तमिलनाडु | ₹2,000 | 40 साल | ऑनलाइन |
पश्चिम बंगाल | ₹750 | 60 साल | ऑफलाइन |
आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
- पति या पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
ऑनलाइन आवेदन में ये सभी डॉक्युमेंट्स स्कैन करके अपलोड करने होते हैं।
आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन तरीका
- अपने राज्य के सोशल वेलफेयर विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- “विधवा पेंशन” या “डिसएबिलिटी पेंशन” सेक्शन पर क्लिक करें।
- फॉर्म भरें, डॉक्युमेंट्स अपलोड करें और सबमिट करें।
- आवेदन नंबर को संभाल कर रखें, आगे काम आएगा।
ऑफलाइन तरीका
- नजदीकी CSC (जन सेवा केंद्र) या ब्लॉक ऑफिस जाएं।
- फॉर्म लें, भरें और ज़रूरी कागज़ लगाकर जमा करें।
- एक रिसीट मिलेगी, उसे रखें।
एक सच्ची कहानी जो आपको छू जाएगी
मेरे मोहल्ले में माया अम्मा रहती हैं। उनके पति को गुज़रे अब 5-6 साल हो गए। बेटा बाहर नौकरी करता है, पर महीने में मुश्किल से ₹1,000 भेज पाता है। शुरू में बहुत तकलीफें थीं, पर अब उन्हें विधवा पेंशन के तहत हर महीने ₹1,500 मिलते हैं। वो खुद कहती हैं कि इसी से दवाइयां और जरूरी सामान आ जाता है।
कभी-कभी क्या दिक्कतें आती हैं?
- ऑनलाइन साइट स्लो या बंद: ऐसे में जन सेवा केंद्र से मदद लें।
- दस्तावेज़ अधूरे हों तो फॉर्म रिजेक्ट: सब दस्तावेज़ पहले से सही-सही रखें।
- पैसे ट्रांसफर में देरी: बैंक या PFMS पोर्टल पर स्थिति चेक करें।
क्या ये योजना वाकई काम की है?
बिलकुल! जो लोग अकेले रह रहे हैं और उनके पास कमाने का कोई ज़रिया नहीं है, उनके लिए ये योजना किसी सहारे से कम नहीं। इससे न सिर्फ पैसे मिलते हैं, बल्कि जीने की एक उम्मीद भी बनती है।
अगर आपके आस-पास कोई विधवा महिला या ऐसा पुरुष है जो अकेले रह रहा है, तो उन्हें इस योजना की जानकारी ज़रूर दें। क्या पता आपकी एक सलाह उनके जीवन में कुछ रोशनी ले आए।