DA Hike – सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए खुशखबरी का दौर चल रहा है। केंद्र सरकार ने हाल ही में महंगाई भत्ते यानी डीए में दो प्रतिशत का इजाफा किया है। इस फैसले से लाखों कर्मचारियों की सैलरी में अच्छा खासा फायदा होगा। सिर्फ कर्मचारी ही नहीं बल्कि रिटायर्ड पेंशनभोगी भी इस बढ़ोतरी का लाभ उठा पाएंगे जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
आठवां वेतन आयोग भी घोषित
हरियाणा से आई खबरों के मुताबिक सरकार ने आठवें वेतन आयोग के गठन की भी घोषणा कर दी है। यह नया आयोग एक जनवरी दो हजार छब्बीस से लागू होगा। इससे उम्मीद है कि सरकारी कर्मचारियों को बेहतर वेतन और भत्ते मिलेंगे जिससे उनकी जिंदगी के स्तर में सुधार आएगा। साथ ही बजट दो हजार चौबीस पच्चीस के बाद डीए और डीआर में भी नया संशोधन किया जाएगा ताकि कर्मचारियों और पेंशनधारकों को महंगाई के असर से राहत मिल सके।
अभी कितना डीए मिल रहा है और आगे क्या उम्मीद
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों को जुलाई दो हजार चौबीस से तिरपन प्रतिशत डीए और डीआर का फायदा मिल रहा है। अब जनवरी दो हजार पच्चीस से नए रेट आने वाले हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि होली से पहले डीए में फिर से बढ़ोतरी हो सकती है। यह बढ़ोतरी सातवें वेतन आयोग के नियमों के तहत होगी और इसका लाभ करीब सैंतालीस लाख कर्मचारियों और उनहत्तर लाख पेंशनधारकों को मिलेगा।
डीए कैसे तय होता है
सरकार हर साल दो बार, जनवरी और जुलाई में डीए और डीआर रिवाइज करती है। इसका आधार होता है अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानी एआईसीपीआई। इसके छह महीने के औसत आंकड़े के आधार पर डीए की दर तय होती है। इन आंकड़ों के आधार पर सरकार फरवरी मार्च और सितंबर अक्टूबर में डीए संशोधन का ऐलान करती है। इससे सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बढ़ती महंगाई के असर से बचाव मिलता है।
जनवरी दो हजार पच्चीस में कितना बढ़ सकता है डीए
अगली बार डीए बढ़ाने का मौका जनवरी दो हजार पच्चीस में आएगा। फिलहाल जुलाई से अक्टूबर दो हजार चौबीस के आंकड़ों के मुताबिक एआईसीपीआई स्कोर एक सौ चवालिस दशमलव पांच पर पहुंच चुका है और डीए स्कोर पचपन दशमलव शून्य पांच प्रतिशत हो गया है। अगर नवंबर और दिसंबर के आंकड़े अच्छे रहते हैं और इंडेक्स एक सौ पैंतालीस से ऊपर जाता है तो डीए बढ़कर छप्पन प्रतिशत तक पहुंच सकता है। इसका मतलब होगा तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी। हालांकि अंतिम आंकड़े अभी आना बाकी हैं।
डीए बढ़ने से कितनी सैलरी बढ़ेगी
अगर तीन प्रतिशत डीए बढ़ता है तो कर्मचारियों की सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। उदाहरण के लिए अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी अठारह हजार रुपये है तो उसे पांच सौ चालीस रुपये ज्यादा मिलेंगे। वहीं जिनकी बेसिक सैलरी ढाई लाख रुपये है, उन्हें सात हजार पांच सौ रुपये तक का फायदा होगा। पेंशनभोगियों के मामले में भी पेंशन में दो सौ सत्तर रुपये से लेकर तीन हजार सात सौ पचास रुपये तक का इजाफा हो सकता है।
क्या आठवें वेतन आयोग के बाद डीए खत्म हो जाएगा
कई लोग सोच रहे हैं कि जब नया वेतन आयोग लागू होगा तो क्या डीए को बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा। पांचवें वेतन आयोग के समय ऐसा होता था कि जब डीए पचास प्रतिशत से ऊपर जाता था तो उसे बेसिक में मिला दिया जाता था। लेकिन छठे और सातवें वेतन आयोग में ऐसा कोई नियम नहीं रहा। नए वेतन आयोग में क्या फॉर्मूला रहेगा, यह तो आयोग की रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा। फिलहाल तो डीए में साल में दो बार बदलाव जारी रहेगा।
महंगाई भत्ता क्यों है जरूरी
सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता एक तरह से महंगाई से मुकाबला करने का सबसे बड़ा हथियार है। जैसे जैसे बाजार में चीजों के दाम बढ़ते हैं, वैसे वैसे डीए भी बढ़ता है जिससे कर्मचारियों की क्रय शक्ति बनी रहती है। इसके अलावा इससे कर्मचारियों का मनोबल भी ऊंचा बना रहता है क्योंकि उन्हें यह भरोसा होता है कि महंगाई चाहे जितनी बढ़े, सरकार उनके वेतन को उसी हिसाब से एडजस्ट करती रहेगी।
पेंशनधारकों के लिए डीआर का महत्व
पेंशन पाने वालों के लिए भी महंगाई राहत यानी डीआर उतनी ही जरूरी है। सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन ही उनकी आमदनी का मुख्य जरिया होती है। डीआर में बढ़ोतरी से उनकी मासिक आमदनी बढ़ती है और वह बढ़ती महंगाई के बीच अपनी जरूरतें आसानी से पूरी कर सकते हैं। सरकार द्वारा समय पर डीआर में इजाफा करना पेंशनधारकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होता है।