LPG Gas New Rate – हर महीने की शुरुआत में तेल कंपनियां एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में संशोधन करती हैं। इस बार मई महीने की शुरुआत के साथ ही सिलेंडर की नई कीमतें जारी कर दी गई हैं। खास बात ये है कि इस बार कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में कमी देखने को मिली है, जिससे होटल और रेस्टोरेंट व्यवसाय से जुड़े लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
कमर्शियल सिलेंडर के दाम में हुई कटौती
एक मई को श्रमिक दिवस के मौके पर तेल कंपनियों ने कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में कमी की घोषणा की। इस बार 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर के दाम में सत्रह रुपये तक की कटौती की गई है। इससे पहले अप्रैल में भी कमर्शियल सिलेंडर के दाम में बदलाव हुआ था।
इस कटौती के बाद अब दिल्ली में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की नई कीमत 1762 रुपये हो गई है। वहीं मुंबई में इसकी कीमत 1699 रुपये पर आ गई है। कोलकाता में सिलेंडर अब 1851 रुपये में मिल रहा है, जबकि चेन्नई में इसकी कीमत 1906 रुपये तक पहुंच गई है।
घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं
जहां एक ओर कमर्शियल सिलेंडर के दाम कम हुए हैं, वहीं घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में इस बार कोई बदलाव नहीं किया गया है। पिछली बार आठ अप्रैल को घरेलू सिलेंडर की कीमतों में बदलाव हुआ था। उस समय 14.2 किलो वाले घरेलू सिलेंडर की कीमत में पचास रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। यह बढ़ोतरी करीब एक साल बाद की गई थी। सरकार का मानना है कि घरेलू सिलेंडर के दाम में अचानक बदलाव गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बजट को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए उसमें बार-बार संशोधन नहीं किया जाता।
उज्जवला योजना के लाभार्थियों को बड़ी राहत
देशभर में कुल करीब 33 करोड़ एलपीजी कनेक्शन हैं। इनमें से करीब 10 करोड़ कनेक्शन प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत आते हैं। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी दी जाती है। उज्जवला योजना के लाभार्थियों को सिलेंडर की कीमत में करीब 300 रुपये की राहत मिलती है, जिससे उन्हें थोड़ी आर्थिक सहूलियत मिलती है।
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भी बड़ी संख्या में उज्जवला योजना के लाभार्थी हैं, जिन्हें सब्सिडी का सीधा फायदा मिलता है। इन राज्यों में योजना के तहत करीब 10 फीसदी उपभोक्ता शामिल हैं।
किराना और फूड व्यवसाय में राहत
कमर्शियल सिलेंडर के दाम में कटौती का सीधा फायदा होटल, ढाबा और अन्य खाद्य व्यवसाय से जुड़े लोगों को मिलेगा। इन व्यवसायों में बड़ी मात्रा में एलपीजी का इस्तेमाल होता है, और कीमतों में कमी से उनकी लागत कुछ हद तक कम हो जाएगी। ऐसे में छोटे रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को भी इससे राहत मिल सकती है, जिससे ग्राहकों को भी अप्रत्यक्ष रूप से फायदा पहुंचेगा।
आगे क्या उम्मीद की जा सकती है
तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों और डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति के आधार पर हर महीने सिलेंडर की कीमतों में संशोधन करती हैं। अगर आने वाले महीनों में वैश्विक बाजार में कीमतें स्थिर रहीं तो घरेलू उपभोक्ताओं को भी राहत मिल सकती है। हालांकि सरकार आमतौर पर घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दामों को स्थिर बनाए रखने की कोशिश करती है ताकि आम जनता पर ज्यादा बोझ न पड़े।