Petrol Diesel Price – हर महीने की शुरुआत में लोग सबसे पहले ये जानना चाहते हैं कि पेट्रोल और डीजल के दामों में कुछ कमी आई या नहीं। तो आपको बता दें कि आज शनिवार 3 मई 2025 को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। सरकारी तेल कंपनियों की तरफ से आज भी वही रेट जारी किए गए हैं जो बीते दिन थे।
कच्चे तेल में भारी गिरावट के बाद भी रेट स्थिर
अब बात करते हैं अंतरराष्ट्रीय बाजार की। वहां पर पिछले महीने यानी अप्रैल 2025 में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। ब्रेंट क्रूड करीब 15 प्रतिशत और डब्ल्यूटीआई क्रूड लगभग 18 प्रतिशत तक लुढ़क गया। ये गिरावट पिछले कई सालों में सबसे बड़ी मानी जा रही है। कहा जा रहा है कि इसके पीछे सऊदी अरब की तरफ से उत्पादन बढ़ाने के संकेत और वैश्विक व्यापार में गिरावट जैसी वजहें हैं।
लेकिन इतनी बड़ी गिरावट के बाद भी भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं आई है। कारण वही पुराना है – टैक्स और दूसरे खर्चे।
तो आपके शहर में आज के दाम क्या हैं?
तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे रेट अपडेट करती हैं। 3 मई को जारी ताजा रेट इस प्रकार हैं –
पेट्रोल की कीमतें प्रति लीटर में:
- दिल्ली: 94 रुपये 77 पैसे
- मुंबई: 103 रुपये 50 पैसे
- कोलकाता: 105 रुपये 01 पैसा
- चेन्नई: 100 रुपये 90 पैसे
डीजल की कीमतें प्रति लीटर में:
- दिल्ली: 87 रुपये 67 पैसे
- मुंबई: 90 रुपये 03 पैसे
- कोलकाता: 91 रुपये 82 पैसे
- चेन्नई: 92 रुपये 49 पैसे
इन रेट्स में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।
क्यों नहीं घटती कीमतें जब क्रूड ऑयल सस्ता हो जाता है?
अब ये सवाल तो बहुत से लोगों के मन में आता है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल सस्ता हो गया है, तो फिर भारत में दाम क्यों नहीं घटते? तो इसका सीधा सा जवाब है – टैक्स।
भारत में पेट्रोल और डीजल की जो कीमत हम चुकाते हैं, उसका बड़ा हिस्सा टैक्स, डीलर का कमीशन और दूसरे खर्चों में चला जाता है।
अगर हम दिल्ली की बात करें तो पेट्रोल की कीमत का गणित कुछ इस तरह बनता है –
- बेस प्राइस होता है करीब 55 रुपये 46 पैसे
- उसमें भाड़ा जुड़ता है 20 पैसे
- फिर एक्साइज ड्यूटी आती है करीब 19 रुपये 90 पैसे
- डीलर का कमीशन होता है करीब 3 रुपये 77 पैसे
- और आखिर में वैट लगता है लगभग 15 रुपये 39 पैसे
इन्हें जोड़ने पर कीमत बनती है करीब 94 रुपये 72 पैसे
अब डीजल का हाल देखिए –
- बेस प्राइस रहता है करीब 56 रुपये 20 पैसे
- भाड़ा होता है 22 पैसे
- एक्साइज ड्यूटी है करीब 15 रुपये 80 पैसे
- डीलर कमीशन है 2 रुपये 58 पैसे
- और वैट है लगभग 12 रुपये 82 पैसे
इन सबको जोड़ने पर डीजल की कीमत पहुंचती है 87 रुपये 62 पैसे
नतीजा क्या निकलता है?
कीमत का करीब आधा हिस्सा तो टैक्स और अन्य चार्जेस में चला जाता है। यही वजह है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता होता है, तब भी इसका असर भारतीय ग्राहकों पर तुरंत नजर नहीं आता।
क्या आगे चलकर राहत मिल सकती है?
अगर कच्चे तेल की कीमतें लगातार नीचे बनी रहती हैं और सरकार टैक्स में कुछ छूट देती है, तो आगे चलकर पेट्रोल-डीजल के दामों में कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन अभी के लिए, आपको फिलहाल पुरानी दरों पर ही तेल लेना पड़ेगा।