PM Kisan Beneficiary List – अगर आप किसान हैं या आपके घर में कोई किसान है, तो ये खबर आपके बहुत काम की है। सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त के लिए नई लिस्ट जारी कर दी है। अब आप बड़ी ही आसानी से चेक कर सकते हैं कि आपका नाम लिस्ट में है या नहीं।
क्या है पीएम किसान योजना?
सरकार ने छोटे और सीमांत किसानों को थोड़ी राहत देने के लिए ये योजना शुरू की थी। इसमें हर साल किसानों को ₹6000 दिए जाते हैं ताकि वो अपने खेत की जरूरतें जैसे बीज, खाद, दवाइयां वगैरह खरीद सकें। ये पैसे सीधे किसानों के बैंक अकाउंट में भेजे जाते हैं और तीन किस्तों में मिलते हैं – यानी हर चार महीने में ₹2000।
20वीं किस्त की तैयारी
2018 में शुरू हुई इस स्कीम के अब तक 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं। अब 20वीं किस्त भी जल्द ही किसानों के खाते में आने वाली है। उससे पहले सरकार ने बेनिफिशियरी लिस्ट यानी लाभार्थियों की लिस्ट जारी कर दी है। अगर आप पहले से इस स्कीम में रजिस्टर्ड हैं, तो ज़रूर एक बार चेक कर लें कि आपका नाम लिस्ट में है या नहीं।
बेनिफिशियरी लिस्ट क्या होती है और क्यों जरूरी है?
सीधा सा मतलब है – ये लिस्ट उन किसानों की है जिन्हें सरकार की तरफ से पैसे मिलने वाले हैं। अगर आपका नाम इसमें है, तो आप निश्चिंत रहिए – पैसा आपके अकाउंट में आ जाएगा। और अगर नाम नहीं है, तो जरूरी है कि आप समय रहते सुधार करवाएं, वरना किस्त छूट सकती है।
लिस्ट में नाम कैसे चेक करें?
बहुत आसान तरीका है। बस इन स्टेप्स को फॉलो करें:
- सबसे पहले PM किसान की वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर “Beneficiary List” का ऑप्शन मिलेगा, उस पर क्लिक करें।
- अब आपको अपनी जानकारी भरनी होगी – जैसे राज्य, जिला, ब्लॉक, गांव आदि।
- फिर ‘Get Report’ पर क्लिक करें।
- अब आपके गांव के सभी किसानों की लिस्ट सामने आ जाएगी – उसमें अपना नाम ढूंढिए।
किन्हें मिलता है इस योजना का फायदा?
हर कोई इस योजना का लाभ नहीं ले सकता। इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं:
- किसान के पास खुद की खेती की ज़मीन होनी चाहिए।
- सरकारी नौकरी करने वाले, पेंशन लेने वाले या इनकम टैक्स देने वाले लोग इस योजना के पात्र नहीं होते।
- किसान की उम्र 18 साल से ज़्यादा होनी चाहिए।
- उसका बैंक अकाउंट और आधार कार्ड एक-दूसरे से लिंक होना जरूरी है।
क्यों है ये योजना खास?
- हर साल ₹6000 की आर्थिक मदद मिलती है, जो खेती के खर्च में बहुत काम आती है।
- पैसा सीधे बैंक में आता है, जिससे कोई बिचौलिया नहीं होता और सब कुछ पारदर्शी रहता है।
- डिजिटल प्रक्रिया होने की वजह से पूरा सिस्टम काफी तेज़ और साफ-सुथरा है।
- इस योजना से किसान आत्मनिर्भर बनते हैं, क्योंकि थोड़ा बहुत सहारा मिल जाता है खेती की लागत उठाने में।
नोट करने वाली बातें
अगर आपने इस योजना में अब तक नाम दर्ज नहीं करवाया है, तो अभी भी मौका है। आप अपने नजदीकी CSC सेंटर या कृषि विभाग के ऑफिस जाकर आवेदन कर सकते हैं। एक बार नाम जुड़ जाने के बाद आपको हर साल ₹6000 मिलना शुरू हो जाएगा।
पीएम किसान योजना आज के समय में छोटे किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। थोड़ी सी सरकारी मदद भी बड़ी राहत दे सकती है, खासकर तब जब बीज, खाद और बाकी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं। अगर आप इस योजना के पात्र हैं तो एक बार लिस्ट में नाम जरूर चेक कर लें। आपका हक है और उसे पाना भी जरूरी है।