PM Vishwakarma Yojana Registration – प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य भारत में पारंपरिक कारीगरों और छोटे व्यवसाय करने वाले लोगों को समर्थन देना है। इस योजना के तहत सरकार ऐसे लोगों को न सिर्फ आर्थिक सहायता देती है बल्कि उनके हुनर को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और संसाधन भी उपलब्ध कराती है।
किन लोगों को मिलेगा इस योजना का लाभ?
इस योजना का फायदा उन लोगों को मिलेगा जो पारंपरिक काम जैसे लोहार, बढ़ई, दर्जी, कुम्हार, जुलाहा, मोची, राजमिस्त्री, मछली पकड़ने वाले, खिलौने बनाने वाले और अन्य हस्तशिल्प से जुड़े कार्य करते हैं।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रहने वाले सभी पात्र लोग इसमें शामिल हो सकते हैं, बशर्ते वे नीचे दी गई पात्रता को पूरा करते हों।
पीएम विश्वकर्मा योजना की पात्रता
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आयु 18 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक का कार्य पारंपरिक व्यवसाय से जुड़ा होना चाहिए।
- परिवार का कोई सदस्य आयकर दाता या सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए।
- छोटा व्यवसाय करने वाले भी पात्र हैं।
किन दस्तावेजों की होगी ज़रूरत?
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- समग्र आईडी
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- व्यवसायिक प्रमाण पत्र
महिलाओं को मिलेगा विशेष लाभ
इस योजना के तहत महिलाओं को भी विशेष लाभ दिया जा रहा है। जो महिलाएं सिलाई, कढ़ाई, चूड़ी निर्माण, और घरेलू हस्तशिल्प कार्यों में माहिर हैं, उन्हें प्रशिक्षण के साथ-साथ टूल किट और आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है।
प्रशिक्षण और स्टाइपेंड की सुविधा
रजिस्ट्रेशन के बाद चयनित कारीगरों को उनके काम से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता है, जो जिले स्तर पर आयोजित होता है।
- प्रशिक्षण में भाग लेने वाले व्यक्तियों को प्रतिदिन ₹500 तक स्टाइपेंड भी दिया जाता है।
- प्रशिक्षण पूरा करने के बाद मान्यताप्राप्त सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।
टूलकिट और उपकरण की सहायता
जो लोग योजना के तहत पंजीकृत होते हैं, उन्हें उनके व्यवसाय से जुड़ी एक टूलकिट दी जाती है।
- इस टूलकिट की कीमत लगभग ₹15,000 तक होती है।
- इससे उन्हें अपने काम को बेहतर तरीके से करने में मदद मिलती है।
लोन सुविधा से मिलेगा व्यवसाय को बढ़ावा
इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा दो चरणों में लोन दिया जाता है:
- पहली किस्त – ₹1 लाख तक, जिसे 18 महीने में चुकाना होता है।
- दूसरी किस्त – ₹2 लाख तक, जो पहली किस्त चुकाने के बाद 30 महीनों की अवधि में चुकानी होती है।
लोन पर ब्याज भी बहुत कम दर पर लिया जाता है।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- रजिस्ट्रेशन सेक्शन खोलें और आवेदन फार्म भरें।
- सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करें और रजिस्ट्रेशन की पावती का प्रिंट निकालें।
पूरा आवेदन बिल्कुल निशुल्क है।
योजना का उद्देश्य
- पारंपरिक कार्यों को दोबारा जीवित करना।
- बेरोजगारों को काम के अवसर देना।
- कारीगरों की पहचान और सम्मान बढ़ाना।
- ग्रामीण और शहरी व्यवसायों को समर्थन देना।
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना।
अगर आप भी किसी पारंपरिक काम से जुड़े हैं और इस योजना से जुड़ना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक बेहतरीन मौका हो सकता है।